Mukhyamantri Ayushman Arogya Yojana 2024: चिरंजीवी योजना का नाम बदलकर रखा मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना, जानिए बजट में इस योजना में क्या हुए बदलाव

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Mukhyamantri Ayushman Arogya Yojana 2024: राजस्थान के पूर्व गहलोत सरकार ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत 25 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज प्रदान किया जाता था। इसके लिए प्रदेश के नागरिकों के लिए चिरंजीवी कार्ड बनाए गए थे। लेकिन नई सरकार ने इस योजना में बदलाव किया है।

सरकार द्वारा योजना को जारी रखा जाएगा, लेकिन इसका नाम बदलकर अब मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना रखा गया है। राजस्थान सरकार ने 8 फरवरी को बजट पेश किया है, जिसमें योजना के तहत कई बदलाव किए गए हैं।

राजस्थान की वित्त मंत्री दीया कुमारी ने अपना पहला बजट पेश किया है और इसमें चिरंजीवी योजना पर भी चर्चा हुई है। इस आलेख के माध्यम से हम आपको योजना के संबंध में नवीनतम अपडेट्स प्रदान कर रहे हैं।

Mukhyamantri Ayushman Arogya Yojana 2024
Mukhyamantri Ayushman Arogya Yojana 2024

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Mukhyamantri Ayushman Arogya Yojana 2024

राजस्थान की नई सरकार ने गुरुवार को अपना अंतरिम बजट पेश किया है, जिसमें चिरंजीवी योजना पर भी बहुत चर्चा हुई है। वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बजट पेश करते हुए कहा है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में IPD के साथ-साथ डे केयर पैकेज भी शामिल किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि पिछली सरकार द्वारा प्रदेश में चलाई जा रही चिरंजीवी योजना को बदला गया है। दीया कुमारी ने कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती रहेगी। उन्होंने बताया कि आज के दौर में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में OPD से लेकर IPD तक कई नई तकनीकें आई हैं।

दीया कुमारी ने कहा कि हमारी सरकार गंभीर बिमारियों में डे पैकेज भी प्रदान करेगी, जो कि इस योजना के तहत मिलेगा। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की घोषणा की थी, जिसमें प्रथम चरण में 10 लाख रुपए तक का बीमा कवर प्रदान किया गया था।

सरकार ने इसके बाद बीमा राशि को 25 लाख रुपए तक बढ़ाया था। यह योजना पूर्व सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक मानी जाती थी, जिससे कई गरीब परिवारों को लाभ मिला।

राजस्थान एकमात्र राज्य था जहां 25 लाख तक का मुफ्त इलाज दिया जाता था। गहलोत सरकार ने विधानसभा चुनावों में लोगों से वादा किया था कि अगर वे सरकार में आते हैं तो योजना को बढ़ावा देंगे।

नई सरकार ने इस योजना में बदलाव किया है, बीमा कवर में भी बदलाव किया गया है। योजना का नाम बदलने के साथ ही राज्य सरकार ने चिरंजीवी बीमा राशि को 25 लाख से 10 लाख रुपए कर दिया है।

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अब क्या होगा चिरंजीवी योजना का

राजस्थान की वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर ही राज्य सरकार भी मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य योजना को चला रही है। इस योजना में पूर्व सरकार द्वारा चलाई जा रही चिरंजीवी योजना को मर्ज कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब गहलोत सरकार द्वारा चलाई गई मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना किया गया है। राजस्थान सरकार द्वारा अब चिरंजीवी बीमा राशि को 25 लाख से घटाकर 10 लाख रुपए कर दिया गया है।

यह बजट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिससे साफ हो रहा है कि नई सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने के लिए उदार नीतियों की दिशा में कदम बढ़ाया है। इसके तहत नई योजना नामकरण और बीमा राशि में कमी के माध्यम से सरकार ने विभिन्न विभागों के बजट को नए दृष्टिकोण से देखा है।

इसके साथ ही, योजना में किए गए बदलाव ने राज्य के नागरिकों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक नई उम्मीद बढ़ाई है। इस तरह की सुधार के माध्यम से, सरकार ने गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए अधिक सस्ते और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का संकल्प किया है।

आखिरकार, राजस्थान सरकार द्वारा किए गए इस बजट और योजना में किए गए बदलाव ने प्रदेशवासियों को स्वस्थ जीवन की दिशा में एक सकारात्मक कदम और भी करने का अवसर दिया है।


सरकार ने इस नई योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को आम नागरिकों के पहुंचने में और भी सुगम बनाने का प्रयास किया है। यह समर्थन प्रदान करने का एक प्रण भी है कि सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में गरीबों के हित में कदम उठा रही है और समृद्धि की दिशा में बड़े पैम्बर तंत्रों को बनाए रखने का प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना ने भी यह सुनिश्चित किया है कि सरकारी और निजी अस्पतालों की सेवाएं समान रूप से उपलब्ध हों, जिससे नागरिकों को अधिक विकल्प मिले और उन्हें अपनी सुखद चिकित्सा सुविधाएं चुनने का मौका मिले।

इस योजना के माध्यम से बीमा कवर में कमी करने का निर्णय गरीब और आम नागरिकों के लिए एक बड़ी सांगड़ी है, जिससे उन्हें अधिक सस्ती में स्वास्थ्य सुरक्षा मिले। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस योजना से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में भी नई तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, जो OPD से ही संभव है।

इसके साथ ही, सरकार ने कई सारी बड़ी घोषणाएं की हैं जो राजस्थान की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती प्रदान करेंगी और लोगों को अधिक सहारा प्रदान करेंगी। इस बजट और योजना के माध्यम से सरकार ने जनसंख्या के अधिकांश को एक स्वस्थ और सकारात्मक भविष्य की दिशा में एक मजबूत संकल्प दिखाया है।

आयुष्मान के दायरे का नहीं हुआ खुलासा

एक अप्रैल से लागू होने वाली मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के दायरे के बारे में किसी भी खुलासे की गई बातों की वित्त मंत्री ने नहीं की है। उन्होंने केवल गरीब, अल्प आय वाले लोगों का उल्लेख किया है, जबकि पहले प्रदेश में चिरंजीवी योजना के तहत हर व्यक्ति को लाभ मिल रहा था। इस योजना के तहत, गरीब और अल्पआय सहित अन्य श्रेणियों को निशुल्क उपचार मिल रहा है, जबकि अन्य परिवारों को 850 रुपए प्रति वर्ष के प्रिमियम पर यह सुविधा है। हालांकि, आयुष्मान भारत में बाकी श्रेणियों के लिए निशुल्क उपचार या प्रिमियम का मामूला मूल्य नहीं बताया गया है।

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